5 Tips about shiv chalisa lyricsl You Can Use Today
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तुरत षडानन आप पठायउ। लवनिमेष महँ मारि गिरायउ॥
आप जलंधर असुर संहारा। सुयश तुम्हार विदित संसारा॥
एक कमल प्रभु राखेउ जोई। कमल नयन पूजन चहं सोई॥
कार्तिक श्याम और गणराऊ। या छवि को कहि जात न काऊ॥
पुत्र हीन कर इच्छा कोई। निश्चय शिव प्रसाद तेहि होई॥
अस्तुति चालीसा शिवहि, पूर्ण कीन कल्याण॥
माँ री माँ मुझे मूरत ला दे, शिव शंकर की मूरत ला दे,
नाथ असुर प्राणी सब पर ही भोले का उपकार हुआ।
लै त्रिशूल शत्रुन को मारो। संकट ते मोहि आन उबारो॥
कीन्ह दया तहँ करी सहाई। नीलकण्ठ तब नाम कहाई॥
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अस्तुति चालीसा शिवहि, पूर्ण कीन कल्याण॥
पूजन रामचंद्र जब कीन्हा। जीत के लंक विभीषण दीन्हा॥
जय जय तुलसी भगवती more info सत्यवती सुखदानी। नमो नमो हरि प्रेयसी श्री वृन्दा गुन खानी॥